Today Cowid News (करोना समाचार)

आज का कोविड समाचार

29 मई 2025 को भारत में कोविड-19 की स्थिति में एक बार फिर से वृद्धि देखी जा रही है। देशभर में सक्रिय मामलों की संख्या 1,000 के पार पहुंच गई है, जिससे स्वास्थ्य अधिकारियों और आम जनता के बीच सतर्कता बढ़ गई है। हालांकि, विशेषज्ञों का कहना है कि घबराने की आवश्यकता नहीं है, लेकिन सावधानी बरतना आवश्यक है।


कोविड-19 के नए वेरिएंट्स: NB.1.8.1 और JN.1

भारत में कोविड-19 के मामलों में वृद्धि का एक प्रमुख कारण नए वेरिएंट्स NB.1.8.1 और JN.1 हैं। NB.1.8.1 वेरिएंट की पहचान सबसे पहले चीन में हुई थी और यह ओमिक्रॉन वंश JN.1 का एक सब-वेरिएंट है। यह वेरिएंट सिंगापुर, हांगकांग और अमेरिका जैसे देशों में भी पाया गया है। भारत में इसकी पहचान पहली बार अप्रैल 2025 में तमिलनाडु में हुई थी। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने इसे “वैरिएंट अंडर मॉनिटरिंग” (VUM) के रूप में वर्गीकृत किया है, जिसका अर्थ है कि इसे सावधानी से ट्रैक किया जा रहा है, लेकिन अभी तक इसे चिंताजनक वेरिएंट (VOC) नहीं माना गया है

JN.1 वेरिएंट, जो अगस्त 2023 में रिपोर्ट किया गया था, अब दुनिया भर में सबसे ज्यादा पाया जा रहा है। AIIMS दिल्ली के पूर्व डॉयरेक्टर रणदीप गुलेरिया के अनुसार, इस वेरिएंट में कुछ म्यूटेशन हैं, जिससे यह अधिक संक्रामक हो सकता है। हालांकि, इसके लक्षण सामान्य फ्लू जैसे होते हैं, जैसे जुकाम, नजला, बुखार, खांसी, और गले में खराश। विशेषज्ञों का कहना है कि बुजुर्गों और इम्युनिटी की कमी से जूझ रहे लोगों को विशेष सावधानी बरतनी चाहिए|

राज्यवार स्थिति

स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, 27 मई तक देश में सक्रिय मामलों की संख्या 1,083 है। एक हफ्ते पहले यह संख्या सिर्फ 257 थी, यानी एक हफ्ते में 800 से ज्यादा केस बढ़े हैं|

  • केरल: 430 सक्रिय मामलों के साथ सबसे अधिक प्रभावित राज्य है।

  • दिल्ली: 104 सक्रिय मामलों की पुष्टि हुई है।

  • महाराष्ट्र: यहां भी मामलों में वृद्धि देखी गई है, और कल्याण-डोंबिवली क्षेत्र में दो दिनों में दो लोगों की मृत्यु हुई है|

  • बिहार: पटना में एक युवक कोरोना पॉजिटिव पाया गया है, और पिछले 48 घंटों में कुल सात मामले सामने आए हैं|

  • अरुणाचल प्रदेश: वर्तमान लहर का पहला मामला सामने आया है, जहां एक मां-बेटी की जोड़ी संक्रमित पाई गई है


विशेषज्ञों की राय और सावधानियां

स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि वर्तमान में घबराने की आवश्यकता नहीं है, लेकिन सतर्क रहना आवश्यक है। AIIMS के पूर्व डॉयरेक्टर रणदीप गुलेरिया के अनुसार, नए वेरिएंट्स के लक्षण सामान्य फ्लू जैसे होते हैं, और अधिकांश मामलों में अस्पताल में भर्ती होने की आवश्यकता नहीं होती। हालांकि, बुजुर्गों, गर्भवती महिलाओं, और इम्युनिटी की कमी से जूझ रहे लोगों को विशेष सावधानी बरतनी चाहिए|


 सरकार की तैयारी और दिशा-निर्देश

सरकार ने सभी राज्यों को सतर्क रहने और आवश्यक सावधानियां बरतने की सलाह दी है। दिल्ली में भीड़भाड़ वाले स्थानों पर मास्क पहनने की सिफारिश की गई है, जबकि केरल में यात्रियों को सफाई एवं मास्क के प्रयोग की सलाह दी गई है|


बच्चों में संक्रमण और सावधानियां

हाल ही में पश्चिम बंगाल के मालदा जिले में एक 2 वर्षीय बच्चा कोरोना पॉजिटिव पाया गया है, जिससे बच्चों में संक्रमण की संभावना बढ़ गई है। चिकित्सकों ने अभिभावकों को बच्चों के लिए मास्क पहनने, नियमित हाथ धोने, सैनिटाइज़र के उपयोग, और सुरक्षित दूरी बनाए रखने की सलाह दी है


निष्कर्ष

भारत में कोविड-19 के मामलों में वृद्धि देखी जा रही है, लेकिन अधिकांश मामले हल्के लक्षणों वाले हैं। स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि घबराने की आवश्यकता नहीं है, लेकिन सतर्क रहना आवश्यक है। नए वेरिएंट्स NB.1.8.1 और JN.1 के कारण संक्रमण की दर बढ़ी है, लेकिन वर्तमान में स्थिति नियंत्रण में है। सरकार और स्वास्थ्य विभाग सतर्क हैं और आवश्यक दिशा-निर्देश जारी कर रहे हैं।


Comments

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *